aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Ibraheem Hosh's Photo'

इब्राहीम होश

1918 - 1988 | कोलकाता, भारत

इब्राहीम होश

ग़ज़ल 3

 

अशआर 9

रोते रोते मिरे हँसने पे तअज्जुब करो

है वही चीज़ मगर दूसरे अंदाज़ में है

  • शेयर कीजिए

लफ़्ज़ों से बना इंसाँ लफ़्ज़ों ही में रहता है

लफ़्ज़ों से सँवरता है लफ़्ज़ों से बिगड़ता है

  • शेयर कीजिए

इन हज़ारों में और आप, ये क्या?

आप, जो एक थे हज़ारों में

  • शेयर कीजिए

करता हूँ एक ख़्वाब के मुबहम नुक़ूश याद

जब से खुली है आँख इसी मश्ग़ले में हूँ

  • शेयर कीजिए

आज ज़िंदाँ में उसे भी ले गए

जो कभी इक लफ़्ज़ तक बोला नहीं

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 1

 

"कोलकाता" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए