Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
noImage

रसा जालंधरी

1894 - 1977

रसा जालंधरी का परिचय

उपनाम : 'रसा'

मूल नाम : मोहम्मद कबीर ख़ाँ

जन्म : 06 Oct 1894 | जालंधर, पंजाब

निधन : 04 Apr 1977 | लाहौर, पंजाब

ख़ुश-नसीबी में है यही इक ऐब

बद-नसीबों के घर नहीं आती

रसा जालंधरी सफ़ी लखनवी के महत्वपूर्ण शागिर्दों में से हैं. रसा ने उस्ताद से शाइरी की शिक्षा ज़रूर प्राप्त की लेकिन उनकी रचनात्मक कारगुजारियां बिल्कुल एक नई दुनिया का पता देती हैं. रसा की शाइरी में नई ज़िन्दगी की सांस्कृतिक,सामाजिक और राजनैतिक समस्याओं का वर्णन बहुत स्रजनात्मक अंदाज़ में मिलता है.
रसा का असल नाम कबीर ख़ान है. वह 06 अक्टूबर 1894 को बस्ती गिजाँ ज़िला जालंधर में पैदा हुए. उनके बचपन में ही पिता का स्वर्गवास हो गया था, इसलिए बहुत छोटी उम्र में रोज़गार के मसाइल में उलझ गये. विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गये और लाहौर में बस गये. रसा का काव्य संग्रह ‘फिक्र-ए-रसा’ के नाम से प्रकाशित हुआ. 04 अप्रैल 1977 को लाहौर में देहांत हुआ.

नाम से प्रकाशित हुआ। 4 अप्रैल 1977 को लाहौर में देहांत हुआ।

संबंधित टैग

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए