aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
noImage

तालिब जयपुरी

1911

तालिब जयपुरी

ग़ज़ल 10

अशआर 3

बे-ख़ुदी में हम तो तेरा दर समझ कर झुक गए

अब ख़ुदा मालूम काबा था कि वो बुत-ख़ाना था

  • शेयर कीजिए

आँखों में आँसू लब पर तबस्सुम

मोहब्बत में ऐसे भी लम्हात आए

  • शेयर कीजिए

उन की तरफ़ भी देखो ज़रा गदा-नवाज़

दामन ही तेरे सामने फैला के रह गए

  • शेयर कीजिए
 

पुस्तकें 3

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए