कुंदन
कुंदन
कुंदन मर गया और घंटे बजते रहे! कुंदन कॉलेज का घंटा बजाता था, मालूम नहीं कब से, कम-ओ-बेश 30-35 साल से, इतने दिनों से इस पाबंदी से कि इस तरफ़ ख़याल का जाना भी बंद हो गया था कि वो मर जायेगा या घंटा बजाने से बाज़ आजाएगा! तालिब इल्मी का ज़माना ख़त्म करके