aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : नश्तर लखनवी

प्रकाशक : सेठ कुनदन लाल प्रेस, लखनऊ

प्रकाशन वर्ष : 1918

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : हास्य-व्यंग, शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 104

सहयोगी : सुमन मिश्रा

गुलदस्ता-ए-ज़राफ़त

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