Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अख़्तर अंसारी

V4EBook_EditionNumber : 001

प्रकाशक : मकतबा उर्दू, लाहौर

मूल : लाहौर, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1943

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : पाठ्य पुस्तक, शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 110

सहयोगी : अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू (हिन्द), देहली

ख़ूनाब
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

اختر انصاری اردو ادب کی ترقی پسند تحریک اور روایت کا اہم نام ہیں۔ انہوں نے اپنے ادبی سفر کا آغاز اسی تحریک کے زیر سایہ کیا۔ تخلیق کے معاملے میں انہوں نے افسانوں اور تنقید کے علاوہ شاعری بھی کی ہے۔ ان کی شاعری، تنقید اور نثری تخلیقات ترقی پسندی کا برملا اظہار ہیں۔ غزل ان کی پسندیدہ صنف رہی۔ زیر نظر کتاب بھی ان کی غزلیات کا ہی مجموعہ ہے جس میں انہوں نے ترقی پسندی کے ساتھ ساتھ ذاتی اظہار کا بھی حوالہ بنایا ہے۔

.....और पढ़िए

लेखक: परिचय

अख्तर अंसारी प्रगतिवादी विचारधारा के महत्वपूर्ण शाइर और आलोचक थे. उन्होंने आंदोलन की स्थाई सम्बद्धता से अलग रहकर उसकी विचारधारा को आम करने और उसे एक आलोचनात्मक, वैचारिक और वैज्ञानिक आधार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी शाइरी, आलोचना और अफ़साने उसी संघर्ष की उद्घोषणा हैं. ‘नग़म-ए-रूह’, ‘आबगीने’, ‘टेढ़ी ज़मीन’, ‘सरवरे जाँ’ (शाइरी) ‘अंधी दुनिया और दूसरे अफ़साने’, ‘नाज़ो और दूसरे अफ़साने’ (अफ़साने) ‘हाली और नया तन्कीदी शुऊर’, ‘इफ़ादी अदब’ (आलोचना) वगैरह उनकी रचनाएँ हैं.
अख्तर अंसारी एक अक्टूबर 1909 को बदायूं में पैदा हुए. एंग्लो अरबिक स्कूल में शिक्षा प्राप्त की. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.ए. किया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से बी.टी. करने के बाद यूनिवर्सिटी स्कूल में मुलाज़िम होगये. 1947 में उर्दू में एम.ए. किया फिर कुछ अर्से तक उर्दू विभाग में लेक्चरर रहे बाद में ट्रेनिंग कालेज में नौकरी की. 05 अक्टूबर1988 को देहांत हुआ.


.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए