aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : इकराम ख़ावर

V4EBook_EditionNumber : 002

प्रकाशक : अर्शिया पब्लिकेशन्स, दिल्ली

मूल : दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2019

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : नज़्म

पृष्ठ : 160

सहयोगी : इकराम ख़ावर

lahu se chand ugta hai

लेखक: परिचय

90 के अशरे में उभरने वाले शायरों में एक अहम नाम। साईंस (जियालोजी( में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद बैंकिंग सर्विस और मुल्क के अहम मालियाती इदारे से मुंसलिक रहे। मुल्क के तमाम अहम अदबी रसाइल में नज़्में शाए’ हुईं। अंग्रेज़ी और उर्दू में मुतफ़र्रिक़ मज़ामीन शाए’ हो चुके हैं। दो मजमूआ-ए-कलाम 'मसनद-ए-ख़ाक सन 2001 और 'लहू से चाँद उठता है सन 2020 में शाए’ हुए।

इकराम ख़ावर की शायरी अपने अह्द और मुआ’शरे की हक़ीक़तों के इदराक, शायरी से संजीदा और निसबतन ग़ैर रिवायती सरोकार, मुरव्वजा अदबी इक़दार की हत्तल-इमकान पासदारी के साथ साथ हत्तल-वसी’ इन्हिराफ़, मुआशरती ना-इंसाफ़ीयों और बद-उनवानियों के ख़िलाफ़ एहतिजाज और वजूद-ए-इन्सानी की ना-गुफ़्ता ब-सूरत-ए-हाल से शदीद बे-इत्मिनानी व दिल-गिरफ़्तगी के फ़नकाराना इज़हार की संजीदा कोशिश से इबारत है।

.....और पढ़िए

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए