aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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संपादक : मंसूर ख़ुशतर

प्रकाशक : एजुकेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली

प्रकाशन वर्ष : 2014

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : मज़ामीन / लेख

पृष्ठ : 114

सहयोगी : मंसूर ख़ुशतर

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