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लेखक : रज़ा नक़वी वाही

संपादक : सय्यद मुसतफ़ा कमाल

प्रकाशक : ज़िन्दा दिलान-ए-हैदराबाद

प्रकाशन वर्ष : 1968

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 160

सहयोगी : रेख़्ता

nashtar-o-marham

लेखक: परिचय

रज़ा नक़वी वाही की गिनती हास्य व्यंग्य के महत्वपूर्ण शायरों में होती है। उनकी पैदाइश 1914 में खजवा ज़िला सीवान, बिहार में हुई। असल नाम सैयद मुहम्मद रज़ा नक़वी था, वाही तख़ल्लुस था। आरम्भिक शिक्षा स्थानीय मिडिल स्कूल में हुई। पटना कालेज से इन्टर मीडिएट करने के बाद सूफ़ी कमर्शियल कालेज (कलकत्ता यूनिवर्सिटी) से कामर्स में डिप्लोमा किया और 1937 में बिहार लेजिस्लेटिव असेम्बली सेक्रिट्रियेट में आफ़िशियल रिपोर्टर के रूप में नौकरी आरम्भ की। सहायक सचिव के पद तक पदोन्नति करके 1974 में सेवानिवृत हुए।

वाही ने संजीदा कलाम से शायरी का आरम्भ किया था लेकिन धीरे-धीरे वह हास्य-व्यंग की तरफ़ आ गये। हास्य-व्यंग्य की शायरी पर आधारित उनके कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। वाही की शायरी का कैनवास बहुत बड़ा है। उनके यहाँ विषयों का विस्तार उर्दू की हास्य व्यंग्य की शायरी के परिदृश्य में हैरान तो करता ही है।

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