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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अफ़क़र मोहानी

V4EBook_EditionNumber : 001

प्रकाशक : मकतबा कलियाँ, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1960

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 41

सहयोगी : ग़ालिब अकेडमी, देहली

rahnuma-e-shayari
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लेखक: परिचय

अफ़्क़र मोहानी,सय्यद मोहम्मद हुसैन (1887-1971) मोहान (उत्तर प्रदेश) में पैदा हुए। ‘सिराज’लखनवी के साथ अदबी मुक़द्दमे-बाज़ी के लिए मशहूर जिसके वकील आनंद नारायण ‘मुल्ला’थे। लखनऊ से साहित्यिक पत्रिका ‘जाम-ए-जहाँ नुमा’ नि कालते थे जिस में समसामयिक शाइरों की ज़बान और बयान पर आलोचना की जाती थी। "सूफ़ी-मिज़ाज थे जो नए साहित्यिक माहौल में पारंपरिक काव्य-मूल्यों को सीने से लगाए रहे।

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