गुड़गाँव के शायर और अदीब
कुल: 12
सदा अम्बालवी
1951
राजेंद्र सिंह/लोकप्रिय शायर/अपनी गज़ल 'वो तो ख़ुश्बू है हर इक सम्त बिखरना है उसे' के लिए मशहूर, जिसे गाया गया है
शकीलुर्रहमान
1931 - 2016
दिनाक्षी सहर
1977
इम्तियाज़ ख़ान
1989
समकालीन नौजवान शायरों में नुमायाँ, ख़ूबसूरत लफ़्ज़ों में नाज़ुक और अछूते एहसासात की शायरी के लिए मशहूर
शादान अहसन मारहरवी
1989
- जन्म : महाराष्ट्र
- निवास : गुड़गाँव
गायत्री मेहता
1993
हरीश कुमार
1968
जगदीश प्रकाश
1935
क़लील झांसवी
1951