हरयाना के शायर और अदीब
कुल: 98
अल्ताफ़ हुसैन हाली
उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल/महत्वपूर्ण पूर्वाधुनिक शायर/मिजऱ्ा ग़ालिब की जीवनी ‘यादगार-ए-ग़ालिब लिखने के लिए प्रसिद्ध
नासिर काज़मी
आधुनिक उर्दू ग़ज़ल के संस्थापकों में से एक। भारत के शहर अंबाला में पैदा हुए और पाकिस्तान चले गए जहाँ बटवारे के दुख दर्द उनकी शायरी का केंद्रीय विषय बन गए।
बिमल कृष्ण अश्क
लोकप्रिय शायर, रोज़मर्रा के अनुभवों को शायरी बनाने के लिए पहचाने जाते हैं, ख़ूबसूरत नज़्में और ग़ज़लें कहीं
बू अली शाह क़लंदर
जमाल पानीपती
आलोचक व शायर। विख्यात आलोचक सलीम अहमद के समकालीन
ख़ालिद शरीफ़
मास्टर रामचन्द्र
गणितज्ञ,दिल्ली कॉलेज में विज्ञान के शिक्षक और पत्रकार
मुशर्रफ़ अहमद
प्रकाश फ़िक्री
प्रकाश फ़िक्री (ज़हीरुल हक़) आधुनिक उर्दू शायरों में विशिष्ट स्थान प्राप्त। सफ़र सितारा और एक ज़रा सी बारिश उनकी किताबें हैं।
सदा अम्बालवी
राजेंद्र सिंह/लोकप्रिय शायर/अपनी गज़ल 'वो तो ख़ुश्बू है हर इक सम्त बिखरना है उसे' के लिए मशहूर, जिसे गाया गया है
साग़र सिद्दीक़ी
सालिहा आबिद हुसैन
सुल्तान गौरी
सय्यद हाशमी फ़रीदाबादी
सय्यद वहीदुद्दीन सलीम
आसी करनाली
बलवान सिंह आज़र
फ़ातिमा ज़ैदी
ग़ुलाम भीक नैरंग
मशकूर हुसैन याद
मौलवी मोहम्मद हुसैन
नो बहार साबिर
नज़ीर हसनैन ज़ैदी
सुरूर अम्बालवी
सय्यद अंजुमन जाफ़री
सय्यद क़ासिम महमूद
वक़ार अंबालवी
ज़ख़मी हिसारी
ज़िया-उर्र-रहमान नय्यर
अजीत सिंह बादल
अमित सतपाल तनवर
भारत अंगारा
दिनाक्षी सहर
दिनेश कुमार
इम्तियाज़ ख़ान
कान्हा मोहित
मीनाक्षी जिजीविषा
नाशाद कानपुरी
सत्यवान सत्य
- जन्म : झज्जर