उत्तर प्रदेश के शायर और अदीब
कुल: 1365
अकबर इलाहाबादी
उर्दू में हास्य-व्यंग के सबसे बड़े शायर , इलाहाबाद में सेशन जज थे।
फ़िराक़ गोरखपुरी
प्रमुख पूर्वाधुनिक शायरों में विख्यात, जिन्होंने आधुनिक उर्दू गज़ल के लिए राह बनाई/अपने गहरे आलोचनात्मक विचारों के लिए विख्यात/भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित
हरिवंशराय बच्चन
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
18वीं सदी के बड़े शायरों में शामिल, मीर तक़ी 'मीर' के समकालीन।
नज़ीर अकबराबादी
मीर तक़ी ' मीर ' के समकालीन अग्रणी शायर जिन्होंने भारतीय संस्कृति और त्योहारों पर नज्में लिखीं। होली , दीवाली , श्रीकृष्ण पर नज़्मों के लिए मशहूर
क़ाएम चाँदपुरी
18वी सदी के अग्रणी शायर, मीर तक़ी 'मीर' के समकालीन।
अब्दुल हलीम शरर
बीसवीं सदी के महत्वपूर्ण विद्वान,लेखक, अनुवादक,उपन्यासकार, नाटककार. लखनऊ की सामाजिक व सांस्कृतिक जीवन के मर्मज्ञ.
अब्दुर्रहमान बिजनोरी
अम्बर बहराईची
विख्यात संस्कृत विद्वान, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित।
असअ'द बदायुनी
प्रख्यात उत्तर-आधुनिक शायर, साहित्यिक पत्रिका दायरे के संपादक।
असग़र गोंडवी
प्रख्यात पूर्व-आधुनिक शायर, अपने सूफ़ियाना लहजे के लिए प्रसिद्ध।
असरार-उल-हक़ मजाज़
अग्रणी एवं प्रख्यात प्रगतिशील शायर, रोमांटिक और क्रांतिकारी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध, ऑल इंडिया रेडियो की पत्रिका “आवाज” के पहले संपादक, मशहूर शायर और गीतकार जावेद अख़्तर के मामा
दुष्यंत कुमार
बीसवीं सदी के नामचीन हिंदी शायर और कथाकार, अपनी लोकप्रिय नज़्मों के साथ हिंदी में ग़ज़ल लेखन के लिए पहचाने जाते हैं
फ़ानी बदायुनी
अग्रणी पूर्व-आधुनिक शायरों में शामिल, शायरी के उदास रंग के लिए विख्यात।
गोया फ़क़ीर मोहम्मद
नासिख़ के शिष्य, मराठा शासक यशवंत राव होलकर और अवध के नवाब ग़ाज़ी हैदर की सेना के सदस्य
हैदर अली आतिश
मिर्ज़ा ग़ालिब के समकालीन, 19वीं सदी की उर्दू ग़ज़ल का रौशन सितारा।
इमाम बख़्श नासिख़
लखनऊ के मुम्ताज़ और नई राह बनाने वाले शायर/मिर्ज़ा ग़ालिब के समकालीन
इरफ़ान सिद्दीक़ी
सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक शायरों में शामिल, अपने नव-क्लासिकी लहजे के लिए विख्यात।
जिगर मुरादाबादी
सबसे प्रमुख पूर्वाधुनिक शायरों में शामिल अत्याधिक लोकप्रियता के लिए विख्यात
जुरअत क़लंदर बख़्श
अपनी शायरी में महबूब के साथ मामला-बंदी के मज़मून के लिए मशहूर, नौजवानी में नेत्रहीन हो गए
कबीर
- जन्म : बनारस
- निवास : बनारस
- निधन : संत कबीर नगर
मध्यकालीन भक्ति-साहित्य की निर्गुण धारा (ज्ञानाश्रयी शाखा) के अत्यंत महत्त्वपूर्ण और विद्रोही संत-कवि।
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
आधुनिक उर्दू आलोचना के संस्थापको में अग्रणी।
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
मिर्ज़ा शौक़ लखनवी
विश्व प्रसिद्ध मसनवी " ज़हर-ए-इश्क़ " के रचयिता
- निवास : रामपुर
मुनीर शिकोहाबादी
प्रसिद्ध क्लासिकी शायर जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया
मुंशी सज्जाद हुसैन
मुस्तफ़ा खां यकरंग
- निवास : लखनऊ
निज़ाम रामपुरी
नुशूर वाहिदी
पंडित दया शंकर नसीम लखनवी
19वीं सदी में लखनऊ के अग्रणी शायरों में से एक, प्रख्यात मसनवी गुलज़ार-ए-नसीम के रचयिता
रंगीन सआदत यार ख़ाँ
उर्दू शायरी की विधा ' रेख़्ती ' के लिए प्रसिद्ध जिसमें शायर औरतों की भाषा में बोलता है
रतन नाथ सरशार
अनुवादक, कथाकार और शायर, अपनी किताब फ़साना-ए-आज़ाद के लिए मशहूर
रिन्द लखनवी
रियाज़ ख़ैराबादी
शराब पर शायरी के लिए प्रसिध्द , जब कि कहा जाता है कि उन्हों ने शराब को कभी हाथ नहीं लगाया।
शारिक़ कैफ़ी
शिबली नोमानी
उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल/महान इतिहासकार, स्कालर, राजनैतिक चिंतक और फ़ारसी शायर/अपने ग्रंथ ‘शेर-उल-अजम के लिए प्रसिद्ध
उपेन्द्र नाथ अश्क
महत्वपूर्ण कथाकारों में शामिल, मंटो के समकालीन, रेडियो नाटकों के लिए भी प्रसिद्ध
वहीद अख़्तर
अग्रणी आधुनिक शायरों और आलोचकों में विख्यात।