बिजनौर के शायर और अदीब
कुल: 54
अब्दुर्रहमान बिजनोरी
अख़्तरुल ईमान
आधुनिक उर्दू नज़्म के संस्थापकों में शामिल। अग्रणी फ़िल्म-संवाद लेखक जिन्होंने सौ से भी अधिक फ़िल्मों के संवाद लिखे। फ़िल्म 'वक़्त' के लिए उनका संवाद "जिनके अपने घर शीशे के हों वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते" आज भी ज़बान पर है।
डिप्टी नज़ीर अहमद
उर्दू के पहले उपन्यासकार के रूप में विख्यात
दुष्यंत कुमार
बीसवीं सदी के नामचीन हिंदी शायर और कथाकार, अपनी लोकप्रिय नज़्मों के साथ हिंदी में ग़ज़ल लेखन के लिए पहचाने जाते हैं
जावेद नदीम
निहाल सेवहारवी
रिफ़अत सरोश
आबिदा समीउद्दीन
ग़ुबार किरतपुरी
जितेन्द्र मोहन सिन्हा रहबर
एम. ए. कँवल जाफ़री
नूर बिजनौरी
- जन्म : बिजनौर
- निवास : इस्लामाबाद
शेवन बिजनौरी
- जन्म : बिजनौर
सय्यद अबुल काज़िम क़ैसर ज़ैदी
अय्यूब सलीम
जंगवीर सिंह 'राकेश'
जावेद ज़ैदी
- जन्म : बिजनौर
- निवास : संयुक्त राज्य अमेरिका
मोनिस फ़राज़
- जन्म : बिजनौर
रियाज़ हनफ़ी
सय्यद अख़्तर रज़ा ज़ैदी
सय्यद हसन रज़ा
उरूज़ अख़्तर ज़ैदी
अख़्तर नगीनवी
बलराज हैरत
चंद्र प्रकाश जौहर बिजनौरी
पारंपरिक ढंग के शायर, मुशायरों में लोकप्रिय रहे
हबीब अहमद सिद्दीक़ी
- जन्म : बिजनौर
हसरत काज़मी
इशरत किरतपुरी
- जन्म : बिजनौर
- निवास : ग़ाज़ियाबाद
माहिर चांदपुरी
माजिदा असद
मन्नान बिजनोरी
नज्मी नगीनवी
प्रकाश मोनिस
पुरुषोत्तम अब्बी आज़र
क़ाज़ी सज्जाद हुसैन
सईद ज़ैदी बिजनौरी
सज्जाद हैदर यलदरम
रूमानी आन्दोलन के प्रभाव में लिखनेवाले महत्वपूर्ण कहानीकार, विभिन्न साहित्यिक और असाहित्यिक विषयों पर दिलचस्प अंदाज़ में आलेख लिखने के लिए प्रसिद्ध.