कराची के शायर और अदीब
कुल: 156
जमील जालिबी
प्रसिद्ध उर्दू आलोचक, साहित्यिक इतिहासकार, अनुवादक और भाषाविद. कराची यूनिवर्सिटी के कुलपति और उर्दू लुग़त बोर्ड के अध्यक्ष रहे
मौलवी अब्दुल हक़
अबुल्लैस सिद्दीक़ी
अज़ीज़ हामिद मदनी
नई उर्दू शायरी के प्रतिष्ठित हस्ताक्षर, उनकी कई ग़ज़लें गायी गई हैं।
मुख़्तार बेगम
उबैदुल्लाह अलीम
पाकिस्तान के अग्रणी आधुनिक शायरों में शामिल।
रसा चुग़ताई
सारा शगुफ़्ता
- जन्म : गुजरांवाला
- निवास : कराची
- निधन : कराची
अपने अपारम्परिक विचारों के लिए मशहूर पाकिस्तानी शायरा। कम उम्र में आत्महत्या की।
ज़ीशान साहिल
प्रमुख उत्तर-आधुनिक शायर/अपनी नज़्मों के लिए मशहूर
ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी
आले रज़ा रज़ा
प्रख्यात शायर जिन्हें लखनवी शायरी के शायरना महावरों पर दक्षता थी
अदीब सुहैल
प्रसिद्ध शायर और लेखक,गहरे सामाजिक चेतना के साथ नज़्में और ग़ज़लें कहीं, पाकिस्तान से प्रकाशित महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिका ‘क़ौमी ज़बान’ के सम्पादक रहे
अजमल सिराज
ग़ज़लों के प्रसिद्ध पाकिस्तानी शायर, बिल्कुल भिन्न और अनोखी भावनाओं व संवेदनाओं की शायरी के लिए विख्यात
अकबर मासूम
अंजुम आज़मी
पाकिस्तानी शायर और लेखक, ‘लब ओ रुख़सार’ नाम से मुहब्बत की नज़्मों का संग्रह प्रकाशित हुआ ‘शायरी की ज़बान’ उनके आलोचनात्मक लेखों का संग्रह है
असद मुल्तानी
अज़्म बहज़ाद
महत्वपूर्ण और लोकप्रिय पाकिस्तानी शायर/उस्ताद शायर बहज़ाद लखनवी के पोते
बहज़ाद लखनवी
नात, ग़ज़ल और भजन के ख़ास रंगों के मशहूर शायर । उनकी मशहूर ग़ज़ल ' ए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूँ ' को कई गायकों ने आवाज़ दी है
फ़रीद जावेद
फ़रमान फ़तेहपुरी
ग़ुलाम अब्बास
प्रवृत्ति निर्माता कहानीकार, अपने अफ़साने 'आनन्दी' के लिए विख्यात
हादी मछलीशहरी
हफ़ीज़ होशियारपुरी
- जन्म : होशियारपुर
- निधन : कराची
अपनी ग़ज़ल ' मोहब्बत करने वाले कम होंगे ' के लिए प्रसिध्द जिसे कई गायकों ने गाया है।
हामिद हसन क़ादरी
इफ़तिख़ार अहमद अदनी
इल्यास अहमद मुजीबी
इलियास सीतापुरी
इनायत अली ख़ाँ
इशरत रहमानी
इशरत रूमानी
जाज़िब क़ुरैशी
ख़ुर्शीद बेगम
महशर बदायुनी
आज़ादी के बाद की ग़ज़ल के अहम शाइरों में शामिल, मशहूर उर्दू मैगज़ीन "आहंग" के मुदीर, पाकिस्तान के मुमताज़ अदबी इनआम "आदम जी" से भी नवाज़े गए
मजनूँ गोरखपुरी
प्रसिद्ध प्रगतिशील आलोचक, रुमानवी शैली के कहानीकारों में शामिल
मंज़ूर हुसैन शोर
मोहम्मद बाक़र शम्स
कवि, आलोचक और शिक्षाविद् जिनकी कृतियों ने उपमहाद्वीप में उर्दू साहित्य, इतिहास और बौद्धिक चिंतन को गहराई से प्रभावित किया
मुज़फ्फर अली सय्यद
उर्दू के मारूफ़ नक़्क़ाद, मुहक़्क़िक़ और तर्जुमा-निगार
नसीर तुराबी
मक़बूल पाकिस्तानी धारावाहिक हमसफ़र के टाइटल गीत और ग़ज़ल “ वो हमसफ़र था मगर…” के प्रसिद्ध शायर