Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Asrarul Haq Majaz's Photo'

असरार-उल-हक़ मजाज़

1911 - 1955 | लखनऊ, भारत

अग्रणी एवं प्रख्यात प्रगतिशील शायर, रोमांटिक और क्रांतिकारी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध, ऑल इंडिया रेडियो की पत्रिका “आवाज” के पहले संपादक, मशहूर शायर और गीतकार जावेद अख़्तर के मामा

अग्रणी एवं प्रख्यात प्रगतिशील शायर, रोमांटिक और क्रांतिकारी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध, ऑल इंडिया रेडियो की पत्रिका “आवाज” के पहले संपादक, मशहूर शायर और गीतकार जावेद अख़्तर के मामा

असरार-उल-हक़ मजाज़

ग़ज़ल 39

नज़्म 58

अशआर 39

इज़्न-ए-ख़िराम लेते हुए आसमाँ से हम

हट कर चले हैं रहगुज़र-ए-कारवाँ से हम

डुबो दी थी जहाँ तूफ़ाँ ने कश्ती

वहाँ सब थे ख़ुदा क्या ना-ख़ुदा क्या

  • शेयर कीजिए

तुम ने तो हुक्म-ए-तर्क-ए-तमन्ना सुना दिया

किस दिल से आह तर्क-ए-तमन्ना करे कोई

फिर किसी के सामने चश्म-ए-तमन्ना झुक गई

शौक़ की शोख़ी में रंग-ए-एहतराम ही गया

ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह

तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं

क़ितआ 10

क़िस्सा 29

पुस्तकें 45

चित्र शायरी 8

 

वीडियो 41

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायरी वीडियो
Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 1

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 2

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 3

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 4

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 5

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 6

Kahkashan (Documentary on Asrar-ul-Haq Majaz) Part 7

ऑडियो 32

कुछ तुझ को ख़बर है हम क्या क्या ऐ शोरिश-ए-दौराँ भूल गए

कुछ तुझ को ख़बर है हम क्या क्या ऐ शोरिश-ए-दौराँ भूल गए

तस्कीन-ए-दिल-ए-महज़ूँ न हुई वो सई-ए-करम फ़रमा भी गए

Recitation

संबंधित ब्लॉग

 

संबंधित शायर

"लखनऊ" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए