आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "قند"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "قند"
नज़्म
बंजारा-नामा
ऐ ग़ाफ़िल तुझ से भी चढ़ता इक और बड़ा ब्योपारी है
क्या शक्कर मिस्री क़ंद गरी क्या सांभर मीठा खारी है
नज़ीर अकबराबादी
तंज़-ओ-मज़ाह
आल-ए-अहमद सुरूर
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "قند"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "قند"
नज़्म
रोटियाँ
जितने हैं कश्फ़ सब ये दिखाती हैं रोटियाँ
रोटी जब आई पेट में सौ क़ंद घुल गए
नज़ीर अकबराबादी
कहानी
पूछने लगे, "तुमने कोई बर्नार्ड शा की किताब पढ़ी है क्या?" मैंने कहा, "नहीं!"...
मुमताज़ मुफ़्ती
नज़्म
होली
हर गाली, मिस्री, क़ंद-भरी, हर एक क़दम अटखेली का
दिल शाद किया और मोह लिया ये, जौबन पाया होली ने