आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सितमगरान-ए-सादा-दिल"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "सितमगरान-ए-सादा-दिल"
ग़ज़ल
'मंज़र'-ए-सादा-दिल जिन्हें दोस्त समझ रहे थे तुम
आज वही वफ़ा-सरिश्त हो गए हम से दूर दूर
मंज़र अय्यूबी
ग़ज़ल
इक तिफ़्ल-ए-सादा-दिल के घरौंदे की तरह है
'सफ़दर' ये मुश्त-ए-ख़ाक कि दुनिया कहें जिसे
सय्यद सफ़दर हुसैन
ग़ज़ल
तुझे नाज़-ए-ज़ब्त बजा सही मगर ऐ 'फ़रीदी'-ए-सादा-दिल
कोई चश्म-ए-शोला-मिज़ाज है तिरे दिल की बात लिए हुए
मुग़ीसुद्दीन फ़रीदी
ग़ज़ल
हक़ीक़त में बहुत कुछ खोने वाले हैं ये सादा-दिल
जो ये समझे हुए हैं उन को हासिल होने वाला है
ज़फ़र इक़बाल
ग़ज़ल
ख़ुदावंदा ये तेरे सादा-दिल बंदे किधर जाएँ
कि दरवेशी भी अय्यारी है सुल्तानी भी अय्यारी
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
जिन्हें एहसास भी शायद न हो जज़्बात-ए-उल्फ़त का
ये मेरा सादा दिल उन पर है सौ जाँ से निसार अब तक
ज़हीर अहमद ताज
ग़ज़ल
ज़र-ए-ख़ुश्बू खनकता रह गया दस्त-ए-गुल-ए-तर में
दिल-ए-सादा ख़रीदार-ए-दिल-ए-सादा निकल आया