आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हवा-ए-कोह-ए-निदा"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "हवा-ए-कोह-ए-निदा"
ग़ज़ल
यहाँ तो हर घड़ी कोह-ए-निदा की ज़द में रहते हैं
तजावुज़ के भी मौसम में हम अपनी हद में रहते हैं
अशअर नजमी
ग़ज़ल
तुम्हारे हुस्न का चर्चा करूँगा परियों में
अगर कभी सफ़र-ए-कोह-ए-क़ाफ़ मैं ने किया