आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "anand ram mukhlis"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "anand ram mukhlis"
ग़ज़ल
'रम्ज़' वो अहद-ए-ग़ुलामी हो कि दौर-ए-हुर्रियत
इश्तिहार-ए-मुफ़लिसी हिन्दुस्तानी का लिबास
रम्ज़ अज़ीमाबादी
ग़ज़ल
ये मिस्रा-ए-मुख़्बिर-ए-मुसीबत कमाल हम को पसंद आया
'नसीम' जागो कमर को बाँधो उठाओ बिस्तर कि रात कम है
नसीम देहलवी
ग़ज़ल
कारवाँ थक कर फ़ज़ा के पेच-ओ-ख़म में रह गया
मेहर ओ माह ओ मुश्तरी को हम-इनाँ समझा था मैं
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
अज़िय्यत रात खाने में परोसी मुफ़्लिसी के साथ
'हिया' का हौसला फिर साथ में खाना ज़रूरी था
हेमा काण्डपाल हिया
ग़ज़ल
अश्क-ए-ग़म ऐसे नहीं हैं जो उमँड कर रह जाएँ
हैं ये तूफ़ान मिरे सर से गुज़रने वाले
रियाज़ ख़ैराबादी
ग़ज़ल
पंडित जवाहर नाथ साक़ी
ग़ज़ल
हर किसी कूँ गुज़र-ए-इश्क़ में आनाँ मुश्किल
राह सीधी है वले राह कूँ पानाँ मुश्किल
सिराज औरंगाबादी
ग़ज़ल
वो सब बदमस्तियाँ थीं ज़र की अब ज़र है न पीते हैं
हमारी मुफ़्लिसी ख़ुद राह पर हम को लगा लाई