आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "harf-e-naa-tamaam"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "harf-e-naa-tamaam"
ग़ज़ल
इक हर्फ़-ए-ना-तमाम हूँ आगे की बात छोड़
मैं ख़ास हूँ न 'आम हूँ आगे की बात छोड़
माजिद जहाँगीर मिर्जा
ग़ज़ल
उचटती सी नज़र के साथ मुबहम सा पयाम आया
कई मफ़्हूम ले कर एक हर्फ़-ए-ना-तमाम आया
अब्दुल अज़ीज़ फ़ितरत
ग़ज़ल
किताब-ए-ज़ीस्त है यकसर हिकायत-ए-ग़म-ए-दिल
हिकायत-ए-ग़म-ए-दिल हर्फ़-ए-ना-तमाम भी है
रविश सिद्दीक़ी
ग़ज़ल
वक़्त-ए-आख़िर काम जज़्ब-ए-ना-तमाम आया तो क्या
हिचकियों की शक्ल में उन का पयाम आया तो क्या
रौशन बनारसी
ग़ज़ल
नज़र ख़मोश हुई अर्ज़-ए-ना-तमाम के बा'द
कुछ और कह न सके अश्क-ए-बे-कलाम के बा'द
आनंद नारायण मुल्ला
ग़ज़ल
गुज़र गया इंतिज़ार हद से ये वादा-ए-ना-तमाम कब तक
न मरने देगी मुझे सितमगर तिरी तमन्ना-ए-ख़ाम कब तक
फ़ानी बदायुनी
ग़ज़ल
शरह-ए-हक़ीक़त-ए-तलब-ए-ना-तमाम है
इक दफ़्तर-ए-शिकायत-ए-बेजा कहें जिसे