आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "تابانیوں"
नज़्म के संबंधित परिणाम "تابانیوں"
नज़्म
मिरा ईमाँ है मेरी ज़िंदगी है मेरी जन्नत है
मेरी आँखों को ख़ीरा कर गईं ताबानियाँ उस की
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
साज़-ए-दौलत को अता करती है नग़्मे जिस की आह
माँगता है भीक ताबानी की जिस से रू-ए-शाह
जोश मलीहाबादी
नज़्म
हो लब पे नग़मा-ए-महर-ओ-वफा की ताबानी
किताब-ए-दिल पे फ़क़त हर्फ़-ए-इश्क़ हो तहरीर
अली सरदार जाफ़री
नज़्म
तारिक़ क़मर
नज़्म
کمر سے ، اٹھ کے تيغ جاں ستاں ، آتش فشاں کھولي
سبق آموز تاباني ہوں انجم جس کے جوہر سے
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
तुझे मंदिरों ने सदाएँ दीं कि तिरे करम से अमाँ मिली
तुझे मस्जिदों ने दुआएँ दीं कि तबाहियों से बचा दिया
इक़बाल सुहैल
नज़्म
फिर मिरे लब पर क़सीदे हैं लब-ओ-रुख़्सार के
फिर किसी चेहरे पे ताबानी सी ताबानी है आज