आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हुस्न-ए-करिश्मा-साज़"
नज़्म के संबंधित परिणाम "हुस्न-ए-करिश्मा-साज़"
नज़्म
गोलकुंडा हुसन-ए-तहज़ीब-ओ-तमद्दुन का दयार
अज़मत-ए-अफ़साना-ए-हस्ती की ज़िंदा यादगार
ख़ुर्शीद अहमद जामी
नज़्म
मा'बद-ए-हुस्न-ओ-मोहब्बत बारगाह-ए-सोज़-ओ-साज़
तेरे बुत-ख़ाने हसीं तेरे कलीसा दिल-नवाज़
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
कार-फ़रमा फिर मिरा ज़ौक़-ए-ग़ज़ल-ख़्वानी है आज
फिर नफ़स का साज़-ए-गर्म-ए-शो'ला-अफ़्शानी है आज
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मुझ से मत पूछ ''मिरे हुस्न में क्या रक्खा है''
आँख से पर्दा-ए-ज़ुल्मात उठा रक्खा है
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
गूँज उट्ठा तेरे नग़्मों से हरीम-ए-हुस्न-ओ-नाज़
आज तक महफ़ूज़ है हर दिल में तेरा सोज़-ओ-साज़
मोहम्मद सादिक़ ज़िया
नज़्म
तुम्हारा हुस्न जवाँ है तो मेहरबाँ है फ़लक
तुम्हारा दम है तो दम-साज़ है हवा-ए-वतन