आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ayaag"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ayaag"
नज़्म
गुल करो शमएँ बढ़ा दो मय ओ मीना ओ अयाग़
अपने बे-ख़्वाब किवाड़ों को मुक़फ़्फ़ल कर लो
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
उफ़ ये शबनम से छलकते हुए फूलों के अयाग़
इस चमन में हैं अभी दीदा-ए-पुर-नम कितने
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
गर्म हो तेज़ाब की खौलन से लाले का अयाग़
ग़ुंचा-ए-नौरस का ताक़ और पीर-ए-मकतब का चराग़
जोश मलीहाबादी
नज़्म
अहल-ए-दानिश 'आम हैं कमयाब हैं अहल-ए-नज़र
क्या त'अज्जुब है कि ख़ाली रह गया तेरा अयाग़
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
फुर्क़त-ए-दर्द में बे-आब हुआ तख़्ता-ए-दाग़
किस से कहिए कि भरे रंग से ज़ख़्मों के अयाग़
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
अयाग़-ए-जिस्म-ओ-जाँ इक बे-ख़ुदी में जब लबा-लब था
चनारों के बदन में सुर्ख़-रू मस्ती दहकती थी
बिलाल अहमद
नज़्म
तू ने क्यों घोल दिया ज़ह्र मिरी रग रग में
तू ने क्यों तोड़ दिए मेरी मोहब्बत के अयाग़
परवाज़ नूरपुरी
नज़्म
अयाग़ छूट पड़े मय-कशों के हाथों से
अयाँ दिलों की सियाही है कितने हाथों से
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
भर दिया मैं ने अयाग़-ए-लाला में ख़ून-ए-बहार
जाबिर-ओ-सरकश अनासिर पर है मेरा इख़्तियार