आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "gulguun-e-bahaar-e-gulshan"
नज़्म के संबंधित परिणाम "gulguun-e-bahaar-e-gulshan"
नज़्म
तितलियाँ अपने परों पर पा के क़ाबू हर तरफ़
सेहन-ए-गुलशन की रविश पर रक़्स फ़रमाने लगीं
सय्यदा शान-ए-मेराज
नज़्म
भड़के इक आह कहा चाँद ने यूँ ज़ोहरा से
ऐ निगार-ए-रुख़-ए-ज़ेबा-ए-बहार-ए-अफ़्लाक