Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

ताबाँ अब्दुल हई के 10 बेहतरीन शेर

शायरी के अलावा अपनी सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध। कम उम्र में देहांत हुआ

किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें

है वस्ल से ज़ियादा मज़ा इंतिज़ार का

ताबाँ अब्दुल हई

मोहब्बत तू मत कर दिल उस बेवफ़ा से

दिल उस बेवफ़ा से मोहब्बत तू मत कर

ताबाँ अब्दुल हई

जब तलक रहे जीता चाहिए हँसे बोले

आदमी को चुप रहना मौत की निशानी है

ताबाँ अब्दुल हई

ले मेरी ख़बर चश्म मिरे यार की क्यूँ-कर

बीमार अयादत करे बीमार की क्यूँ-कर

ताबाँ अब्दुल हई

यार रूठा है मिरा उस को मनाऊँ किस तरह

मिन्नतें कर पाँव पड़ उस के ले आऊँ किस तरह

ताबाँ अब्दुल हई

मैं हो के तिरे ग़म से नाशाद बहुत रोया

रातों के तईं कर के फ़रियाद बहुत रोया

ताबाँ अब्दुल हई

मुझे आता है रोना ऐसी तन्हाई पे 'ताबाँ'

यार अपना दिल अपना तन अपना जाँ अपना

ताबाँ अब्दुल हई

ख़ुदा देवे अगर क़ुदरत मुझे तो ज़िद है ज़ाहिद की

जहाँ तक मस्जिदें हैं मैं बनाऊँ तोड़ बुत-ख़ाना

ताबाँ अब्दुल हई

ईमान दीं से 'ताबाँ' कुछ काम नहीं है हम को

साक़ी हो और मय हो दुनिया हो और हम हों

ताबाँ अब्दुल हई

मर्द-ए-ख़ुदा हो तू परस्तार बुताँ का

मज़हब में मिरे कुफ़्र है इंकार बुताँ का

ताबाँ अब्दुल हई

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए