आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "جان_محسنؔ"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "جان_محسنؔ"
रेख़्ती
क्यूँ न रंजीदा हो 'मोहसिन' दो महीने से बुआ
ख़त नहीं लाहौर से आया इलाही-जान का
मोहसिन ख़ान मोहसिन
ग़ज़ल
कश्मकश में है मिरी जान बड़ी मुश्किल है
दिल में अरमानों का तूफ़ान बड़ी मुश्किल है
सय्यद अली मोहसिन शहीदी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "جان_محسنؔ"
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "جان_محسنؔ"
अन्य परिणाम "جان_محسنؔ"
रेख़्ती
फिर बाजी जान भड़वे ने झगड़ा किया शुरू'
मैं चाहती थी ख़त्म हो उल्टा हुआ शुरू'