आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अश्क-ए-नदामत"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "अश्क-ए-नदामत"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "अश्क-ए-नदामत"
ग़ज़ल
कुछ नहीं अश्क-ए-नदामत के सिवा साइल के पास
शर्म आती है मुझे जाते हुए क़ातिल के पास
बशीरुद्दीन राज़
शेर
इक अश्क-ए-नदामत से धुल जाते सभी इस्याँ
इक अश्क-ए-नदामत तक पहुँचा ही नहीं कोई
माया खन्ना राजे बरेलवी
ग़ज़ल
मिरे दिल की अब ऐ अश्क-ए-नदामत शुस्त-ओ-शू कर दे
बस इतना कर के दुनिया से मुझे बे-आरज़ू कर दे
श्याम सुंदर लाल बर्क़
ग़ज़ल
शिकवा ग़लत है रहमत-ए-परवरदिगार से
मुझ को ही क़द्र-ए-अश्क-ए-नदामत नहीं रही