aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "चकनाचूर"
बरगद का पेड़ सूखता रहा। तस्वीर हो तो कोई फाड़ दे, मुजस्समा हो तो पटख़ कर चकना-चूर कर दे। अल्लाह के हाथों का बनाया मिट्टी आग का पुतला, अगर हसीन भी हो और ज़िंदा भी, उसकी हर साँस में जवानी की गर्मी महक रही हो तो फिर कुछ बस नहीं...
हामिद खिलौनों की मज़म्मत करता है। मिट्टी के ही तो हैं, गिरें तो चकनाचूर हो जाएँ, लेकिन हर चीज़ को ललचाई हुई नज़रों से देख रहा है और चाहता है कि ज़रा देर के लिए उन्हें हाथ में ले सकता। ये बिसाती की दुकान है, तरह-तरह की ज़रूरी चीज़ें, एक...
न बोलूँ सच तो कैसा आईना मैंजो बोलूँ सच तो चकना-चूर हो जाऊँ
ये कह कर वो उठती है और इधर-उधर उसे ढूंढती है, जब वो नहीं मिलती तो बाहर निकलती है। सीढ़ियों के इख़्ततामी सिरे पर जो चबूतरा सा बना है उस पर खुले हुए काग़ज़ में दो झुमके दिखाई देते हैं। चिरंजी की बीवी उनको उठाती है। एक दम उसे ख़ौफ़नाक...
रूपा की समझ में न आता था कि वो उससे क्या कहे, वो दिल में सोचती थी कि अब ऐसी कौन सी बात रह गई है जो दुनिया को मालूम नहीं। यही सोचते हुए उसने नत्थू से कहा, “नत्थू भय्या, मुझसे ज़्यादा तो दूसरों को मालूम है, मैं तो सिर्फ़...
चकना-चूरچکنا چور
smithereens
और माई ने उसी तरह मुस्कराते हुए कहा, “ख़ुदा बेटी, और कौन है!” पटवारी ने माई ताजो को धोका दिया था कि वो कँवारा है। ताजो ने अपने बाप की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ रो-पीट कर और नहर में कूद जाने की धमकी देकर शादी की थी। ऊपर से पहली...
हलीमा सहन में बैठी छम्मन मियाँ के कुर्ते पर ज़री का काम कर रही थी। कच से सूंई उंगली में उतर गई। वो जानती थी, वो गांव क्यों नहीं भेजी गई थी मगर उसने छम्मन के ख़्वाब चकनाचूर ना किए थे। छम्मन मियाँ को हौल सवार हो रहे थे। उन्होंने...
जो तुम चाहो तो इस बर्तन को चकना-चूर कर दोमगर फिर भी निशान-ए-कूज़ा-गर बाक़ी रहेगा
किसी ने दीदा-ओ-दिल के कँवल खिले पाएकिसी को साग़र-ए-एहसास चकना-चूर मिला
कि चकना-चूर हो जाऊँ
मगर बियर ना व्हिस्की, सुंदर के जाते क़दम डग-मगा ना सके। मदन पर भूत सवार हो गया। सुंदर ने हस्ब-ए-मामूल उस की ठुकाई शुरू की। इतनी ज़ोर से उसकी पसली में लात मारी कि आँखें निकल पड़ें। घबराकर उसने फिर से उसे बाँहों में समेट लिया। बस यही अदा तो...
परवेज़ को जब मालूम हुआ कि यूसुफ़ सालिम का सालिम उसका नहीं तो उसे सख़्त सदमा हुआ। कई दिनों तक वो इसके बाइस गुमसुम और निढाल रही। उसको यूं महसूस हुआ कि उसके आईडियल को हथौड़ों की ज़ालिम ज़रबों ने चकनाचूर कर के ढेर कर दिया है। उसने यूसुफ़ से...
छोटी बड़ी शीशियां आपस में टकराने लगीं और एक-आध गिर भी गई। देखते क्या हैं कि एक बरखु़र्दार उसके नीचे से बरामद हो रहे हैं। जी चाहा कि सर पीट लें, मगर बेगम ने बाहर ही से आवाज़ दी कि चाय लग गई है। लिहाज़ा ख़ून के घूँट पीते हुए...
बच्चों की हँसती आँखों केजो आइने चकना-चूर हुए
लेकिन उस ने ख़ुद ही मेरा एक गाल चूम लिया और घसीट कर नाचने वालों के झुरमुट में ले गई। चड्डा एक दम पुकारा, “बंद करो, अब शराब का दौर चलेगा।” फिर उसने नौकर को आवाज़ दी, “स्काटलैंड के शहज़ादे... विस्की की नई बोतल लाओ।” स्काटलैंड का शहज़ादा नई बोतल...
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