आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "नब्ज़-ए-हस्ती"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "नब्ज़-ए-हस्ती"
नज़्म
औरत
नब्ज़-ए-हस्ती का लहू काँपते आँसू में नहीं
उड़ने खुलने में है निकहत ख़म-ए-गेसू में नहीं
कैफ़ी आज़मी
नज़्म
ऐ दिल-ए-बेताब ठहर
चल रही है कुछ इस अंदाज़ से नब्ज़-ए-हस्ती
दोनों आलम का नशा टूट रहा हो जैसे
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
राह-ए-वफ़ा में फूल नहीं हैं ख़ार बहुत हैं 'हस्ती' जी
प्यार का दुश्मन सारा ज़माना पहले भी था आज भी है
हस्तीमल हस्ती
ग़ज़ल
नब्ज़-ए-हस्ती की भी रफ़्तार को पहचान ज़रा
दिल धड़कने की तिरे कोई सदा हूँ मैं भी
सय्यद नदीम कमाल
अन्य परिणाम "नब्ज़-ए-हस्ती"
नज़्म
शाइ'र
छुट रही है नब्ज़-ए-हस्ती आ रहा है इंक़लाब
उठ रहा है आज फ़र्सूदा अक़ाएद का सुहाग
अख़्तर पयामी
ग़ज़ल
गर्दिश-ए-जहाँ में भी कुछ असर है लग़्ज़िश का
और नब्ज़-ए-हस्ती भी कुछ रुकी रुकी सी है
ख़ुर्शीदुल इस्लाम
ग़ज़ल
तिरे अनवार से है नब्ज़-ए-हस्ती में तड़प पैदा
कहीं सारा निज़ाम-ए-काएनात इक दिल न बन जाए
ताजवर नजीबाबादी
नज़्म
भगवान 'कृष्ण' की तस्वीर देख कर
मुझे तेरे तसव्वुर से ख़ुशी महसूस होती है
दिल-ए-मुर्दा में भी कुछ ज़िंदगी महसूस होती है
कँवल एम ए
ग़ज़ल
किसी दिन मुझ को ले डूबेगा हिज्र-ए-यार का सदमा
चराग़-ए-हस्ती-ए-मौहूम होगा गुल समुंदर में