आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "फ़रेब-ए-शौक़"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "फ़रेब-ए-शौक़"
ग़ज़ल
फ़रेब-ए-शौक़ न दे वक़्फ़-ए-इम्तिहाँ न बना
मिरी तलब को बस अब और भी गिराँ न बना
उस्ताद अज़मत हुसैन ख़ाँ
नज़्म
गुरेज़
फ़रेब-ए-शौक़ के रंगीं तिलिस्म टूट गए
हक़ीक़तों ने हवादिस से फिर जिला पाई
साहिर लुधियानवी
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "फ़रेब-ए-शौक़"
अन्य परिणाम "फ़रेब-ए-शौक़"
ग़ज़ल
ढूँढता फिरता है मुझ को क्यूँ फ़रेब-ए-रंग-ओ-बू
मैं वहाँ हूँ ख़ुद जहाँ अपना पता मिलता नहीं
अब्दुल्लतीफ़ शौक़
शेर
ढूँढता फिरता है मुझ को क्यूँ फ़रेब-ए-रंग-ओ-बू
मैं वहाँ हूँ ख़ुद जहाँ अपना पता मिलता नहीं