आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हब्स-कदों"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "हब्स-कदों"
अन्य परिणाम "हब्स-कदों"
तंज़-ओ-मज़ाह
ग़ालिबः हवस को है निशात-ए-कार क्या-क्या न हो मरना तो जीने का मज़ा क्या।...
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "हब्स-कदों"
ग़ालिबः हवस को है निशात-ए-कार क्या-क्या न हो मरना तो जीने का मज़ा क्या।...