आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "Kun hum in"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "Kun hum in"
कुल्लियात
मैं कौन हूँ ऐ हम-नफ़साँ सोख़्ता-जाँ हूँ
इक आग मिरे दिल में है जो शो'ला-फ़िशाँ हूँ
मीर तक़ी मीर
ग़ज़ल
मैं जानता हूँ कौन हूँ मैं और क्या हूँ मैं
दुनिया समझ रही है कि इक पारसा हूँ मैं
अब्दुल रहमान ख़ान वस्फ़ी बहराईची
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "Kun hum in"
अन्य परिणाम "Kun hum in"
ग़ज़ल
आख़िरश कौन हुआ नाला-कुनाँ आख़िर-ए-शब
चीख़ उठा दर्द से हर पीर-ओ-जवाँ आख़िर-ए-शब
नियाज़ सुल्तानपुरी
ग़ज़ल
'बाक़र' मुझे कुछ दाद-ए-सुख़न की नहीं पर्वा
मैं शहर-ए-ख़मोशाँ में हूँ और नग़्मा-सरा हूँ
सज्जाद बाक़र रिज़वी
ग़ज़ल
मेरा सवाल था कि मैं कौन हूँ और जवाब में
मुझ को हँसा दिया गया मुझ को रुला दिया गया