आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aab-e-khizar"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "aab-e-khizar"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "aab-e-khizar"
अन्य परिणाम "aab-e-khizar"
ग़ज़ल
'क़ाएम' है किया हलाहिल ओ आब-ए-ख़िज़र पे हस्र
आ जाए बज़्म-ए-दस्त में जो कुछ सो कीजे नोश
क़ाएम चाँदपुरी
ग़ज़ल
अहल-ए-वफ़ा से तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ कर लो पर इक बात कहें
कल तुम इन को याद करोगे कल तुम इन्हें पुकारोगे
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
देख हमारी दीद के कारन कैसा क़ाबिल-ए-दीद हुआ
एक सितारा बैठे बैठे ताबिश में ख़ुर्शीद हुआ
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
साँझ-समय कुछ तारे निकले पल-भर चमके डूब गए
अम्बर अम्बर ढूँढ रहा है अब उन्हें माह-ए-तमाम कहाँ