आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "allama iqbal kc kanda ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "allama iqbal kc kanda ebooks"
नज़्म
परवाज़
कहा दरख़्त ने इक रोज़ मुर्ग़-ए-सहरा से
सितम पे ग़म-कदा-ए-रंग-ओ-बू की है बुनियाद
अल्लामा इक़बाल
अन्य परिणाम "allama iqbal kc kanda ebooks"
नज़्म
तस्लीम-ओ-रज़ा
हर शाख़ से ये नुक्ता-ए-पेचीदा है पैदा
पौदों को भी एहसास है पहना-ए-फ़ज़ा का
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
सुरूद-ए-हलाल
खुल तो जाता है मुग़न्नी के बम-ओ-ज़ेर से दिल
न रहा ज़िंदा-ओ-पाइंदा तो क्या दिल की कुशूद
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
क्या इश्क़ एक ज़िंदगी-ए-मुस्तआ'र का
क्या इश्क़ एक ज़िंदगी-ए-मुस्तआ'र का
क्या इश्क़ पाएदार से ना-पाएदार का
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
आँखें मेरी बाक़ी उन का
ख़ुद दूदमान-ए-क़िब्ला-ए-आलम करें ख़याल
दिल में बहुत दिनों से है काँटा चुभा हुआ
शोरिश काश्मीरी
नज़्म
नानक
क़ौम ने पैग़ाम-ए-गौतम की ज़रा परवा न की
क़द्र पहचानी न अपने गौहर-ए-यक-दाना की
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
तलबा-ए-अलीगढ़ कॉलेज के नाम
औरों का है पयाम और मेरा पयाम और है
इश्क़ के दर्द-मंद का तर्ज़-ए-कलाम और है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
नानक
क़ौम ने पैग़ाम-ए-गौतम की ज़रा परवा न की
क़द्र पहचानी न अपने गौहर-ए-यक-दाना की