आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "baharistan e ashaar kishan kumaar waqaar ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "baharistan e ashaar kishan kumaar waqaar ebooks"
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "baharistan e ashaar kishan kumaar waqaar ebooks"
अन्य परिणाम "baharistan e ashaar kishan kumaar waqaar ebooks"
ग़ज़ल
देख कर मय मुँह में पानी शैख़ के भर आएगा
चीज़ अच्छी देखेगा मुफ़्लिस का जी ललचाएगा
किशन कुमार वक़ार
ग़ज़ल
चश्म-ए-ख़ूँबार में क्यूँ लख़्त-ए-जिगर जम'अ करें
ग़ुंचा-ए-गुल की तरह का है को ज़र जम'अ करें
किशन कुमार वक़ार
ग़ज़ल
ये माना चश्म-ए-नम से क़ाफ़िले अश्कों के तर निकले
मज़ा तब है कि अश्कों की जगह ख़ून-ए-जिगर निकले
नूर अहमद शैख़
ग़ज़ल
ज़ख़्मी हूँ तिरे नावक-ए-दुज़-दीदा-नज़र से
जाने का नहीं चोर मिरे ज़ख़्म-ए-जिगर से