आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "buud-o-baash"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "buud-o-baash"
अन्य परिणाम "buud-o-baash"
शेर
चमन वालों से मुझ सहरा-नशीं की बूद-ओ-बाश अच्छी
बहार आ कर चली जाती है वीरानी नहीं जाती
अख़्तर शीरानी
ग़ज़ल
दश्त-ए-वहशत में हमारा अब हुआ है बूद-ओ-बाश
सर फिराने को अबस सय्याद करता है तलाश
लुत्फ़ुन्निसा इम्तियाज़
शेर
बूद-ओ-बाश अपनी कहें क्या कि अब उस बिन यूँ है
जिस तरह से कोई मज्ज़ूब कहीं बैठ रहा