aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "chaar-aa.ina"
मेरी हर इक बात का बस एक मतलब है 'अना'जिस के मतलब चार हों ऐसी न गोयाई हुई
चार आईना बाँधे आएगामेरा पुजारी शहज़ादा
ताज़ा-रुख़ गाड़ी और बान और गुल-चेहरा इंटरप्रेटरयही चार-आइना चेहरा
इरादा है जो शमशीर-ए-दो-दम के मुँह पे चढ़ने कातिरे जाँ-बाज़ चार आईना ओ जोशन बनाते हैं
باپ کچہری چلا گیا تو ریاض نے اطمینان کی سانس لی۔ جیب میں ہاتھ دے کر چونی ٹٹولی اور مطمئن ہو گیا، وہ ڈر رہا تھا کہ کہیں بھانڈا نہ پھوٹ جائے، کہیں اس کی ماں خرچ کے لئے پیسے نہ مانگ بیٹھے، باپ اپنی جیب میں ہاتھ دے اور...
चाय महज़ एक ड्रिंक नहीं — एक एहसास है, एक लम्हा है, एक दोस्त है। इस सेक्शन में हमने कुछ ऐसे अशआर चुने हैं जो चाय के साथ जुड़ी गर्माहट, नॉस्टैल्जिया और ख़ामोश मसर्रत को बयान करते हैं। चाहे वह बारिश में तन्हाई हो, महफ़िल में हँसी हो, या ख़ामोशी में भीगी यादें — यह चुने हुए शेर चाय की हर घूँट पर एक ताज़ा एहसास का लुत्फ़ देते हैं।
चार-आइनाچار آئنہ
four- mirrored
Chaar Aaina
डॉ. फ़ज़ल अली
Quran Ki Char Bunyadi Istilahen
सय्यद अबुल आला मोदूदी
इस्लामियात
Quran Ki Char Buniyadi Istilahain
Chacha Chhakkan Ki Ainak Khoi Gayi
इस्मत चुग़ताई
कहानी
Chaar Saal Ka Budha
मायल ख़ैराबादी
शिक्षाप्रद
Chacha Chhakkan Ki Ainak Khoi Gyi
क्या ख़रीदोगे चार आने मेंअक़्लमंदी है घर न जाने में
चूर अना कर दी पत्थर-पन तोड़ दियाआग ने कुछ पल में पिघला कर लोहा मोड़ दिया
पहलू-ओ-पुश्त-ओ-सीना-ओ-रुख़्सार आइनाहै रज़्म-गाह-ए-हुस्न का ये चार आइना
बदन को चाक अना को बुरीदा क्या करनालहू से रिज़्क़ भला अब कशीद क्या करना
(बस तीन चार आने की दो चार गोलियां)
चार सम्तें आईना सी हर तरफ़तुम को खो देने का मंज़र और मैं
कितने ही नासेह-ए-मुश्फ़िक़ फिरे नाकाम न पूछचूर आईना-ए-पिंदार हुआ है क्या क्या
दिन दिन भर आईना देखा जाता हैतब जा कर दो चार इशारे बनते हैं
हलवा मिलना है पर नहीं मिलताचाय आनी है पर नहीं आती
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