aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "digar-baar"
बार-ए-वहशत कोई उठाता क्यासो दिगर बार दिल पे बार आया
जागना था मिरा हंगामा-ए-हस्ती का सबबहश्र बरपा भी दिगर-बार उठाने से हुआ
اس ہوٹل کی بیٹھک بازی پر ہم میں سے ہر ایک کی اپنے والدین کے ہاتھوں گوشمالی ہو چکی تھی۔ میری باری سب سے آخر میں آئی۔ پاپا نے گزرتے ہوئے اس ہوٹل کے سامنے میری گاڑی دیکھ لی تھی۔ ’’تمہیں شرم نہیں آتی۔ وہ کوئی بیٹھنے کی جگہ ہے۔...
बार-ए-दीगर ये फ़लसफ़े देखूँज़ख़्म फिर से हरे-भरे देखूँ
क्यूँ मैं बार-ए-दिगर जाऊँफिर से उस के दर जाऊँ
दिगर-बारدگربار
At another time; once more
Dagha Baaz Haseena
बदनाम रफ़ीई
नॉवेल / उपन्यास
Dota Tareekh Bar Khwan Raja Tawam Murad Gham Digar Akhbar-e-Matam
बलवान सिंह बहादुर
मर्सिया
Farhang-e-Iran Dar Bar Khurd Ba Farhangaha-e-Digar
अननोन ऑथर
Urdu Ke Ghair Muslim Shora Naiz Deegar Khidmatgaar-e-Urdu
सआदत आबिदी
Baad-e-Saba Ka Intizar Aur Deegar Kahaniyan
सय्यद मोहम्मद अशरफ़
अफ़साना
तिरे बनाए को बार-ए-दिगर बनाते हुएमैं थक गया हूँ दरीचों को दर बनाते हुए
'इश्क़ बार-ए-दिगर हुआ ही नहींदिल लगाया था दिल लगा ही नहीं
जाने वाले तुझे कब देख सकूँ बार-ए-दिगररौशनी आँख की बह जाएगी आँसू बन कर
सर पर हमारे बार-ए-दिगर कौन दे गयाआख़िर सफ़र में रख़्त-ए-सफ़र कौन दे गया
किसी पे बार-ए-दिगर भी निगाह कर न सकेकोई भी शौक़ ब-हद्द-ए-गुनाह कर न सके
फिर इस से क़ब्ल कि बार-ए-दिगर बनाया जाएये आईना है इसे देख कर बनाया जाए
जब नज़र आए वो मुझ को बार-ए-दिगरमो'तबर हो गई और ताब-ए-नज़र
दो-चार बार हम जो कभी हँस-हँसा लिएसारे जहाँ ने हाथ में पत्थर उठा लिए
आसमाँ छूती इमारत बुलंदबार-ए-दीगर बार-ए-दीगर बार बार
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