आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "gardish-e-ayyaam"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "gardish-e-ayyaam"
ग़ज़ल
एहतिराम-ए-गर्दिश-ए-अय्याम करना ही पड़ा
ग़म ग़लत करने को शग़्ल-ए-जाम करना ही पड़ा
अख़्तर सिद्दीक़ी
ग़ज़ल
दास्तान-ए-गर्दिश-ए-अय्याम लिखता जाऊँगा
मैं मुअर्रिख़ हूँ तिरा अंजाम लिखता जाऊँगा
बिस्मिल्लाह अदीम
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "gardish-e-ayyaam"
अन्य परिणाम "gardish-e-ayyaam"
ग़ज़ल
शाम-ए-फ़ुर्क़त इंतिहा-ए-गर्दिश-ए-अय्याम है
जितनी सुब्हें हो चुकी हैं आज सब की शाम है
सीमाब अकबराबादी
ग़ज़ल
फ़ित्ना-ए-गर्दिश-ए-अय्याम से जी डरता है
साया-ए-ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम से जी डरता है
जावेद कमाल रामपुरी
ग़ज़ल
शिकवा-ए-गर्दिश-ए-अय्याम भी कर लें कुछ देर
दिल को हसरत-कश-ए-आराम भी कर लें कुछ देर
साक़िब कानपुरी
कहानी
’’نکی، ببلو!‘‘ غزالہ نے دوسری بار پکارا۔ اس پکار میں غصے کے ساتھ ایک میسج بھی تھا۔...
शहीद जमील
ग़ज़ल
कभी जब दास्तान-ए-गर्दिश-ए-अय्याम लिखता हूँ
तो फिर उनवान की सूरत में अपना नाम लिखता हूँ
वलीउल्लाह वली
ग़ज़ल
वो इंसाँ जो शिकार-ए-गर्दिश-ए-अय्याम होता है
भला करता है दुनिया का मगर बदनाम होता है
ग़ुबार किरतपुरी
ग़ज़ल
मस्त साक़ी की नज़र की जुम्बिशों को क्या कहूँ
या'नी बे-पर्दा जवाब-ए-गर्दिश-ए-अय्याम था
वफ़ा बराही
नज़्म
साक़ी
बताऊँ क्या जो रंग-ए-गर्दिश-ए-अय्याम है साक़ी
जहाँ का ज़र्रा-ज़र्रा कुश्ता-ए-आलाम है साक़ी