आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "hotel"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "hotel"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "hotel"
अन्य परिणाम "hotel"
नज़्म
फ़बेअय्ये आलाए रब्बिकमा तुकज़्ज़िबान
माला बारी केबिन हों या पाँच सितारा होटल
कहीं भी क़य करने से बाज़ नहीं आते
परवीन शाकिर
नज़्म
हिलाल-ए-माह-ए-रमज़ान देख कर
देख ले इस दौर में हैं ऐसे रोज़े-दार भी
खाते हैं होटल में दिन भर करते हैं इफ़्तार भी
मुख़तसर आज़मी
ग़ज़ल
क्या ज़ौक़-ए-इबादत हो उन को जो बस के लबों के शैदा हैं
हलवा-ए-बहिश्ती एक तरफ़ होटल की मिठाई एक तरफ़
अकबर इलाहाबादी
क़ितआ
मैं ने कहा क्यूँ लाश पे आक़ा की है मरता
होटल की तरफ़ जा कि ग़िज़ा भी है कोई चीज़