आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kaif-e-kashish"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "kaif-e-kashish"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "kaif-e-kashish"
ग़ज़ल
चाहतों की आस में ढूँढा ज़माना ऐ 'कशिश'
तेरी ख़ातिर दूसरे लोगों को ठुकराना पड़ा
निधि गुप्ता कशिश
ग़ज़ल
निधि गुप्ता कशिश
ग़ज़ल
कम हुई क्या फ़सुर्दगी 'कैफ़'-ए-अलम-नसीब की
आप ने देख तो लिया बारहा मुस्कुरा के भी
कैफ़ मुरादाबादी
ग़ज़ल
कुछ रोज़ से वो 'कैफ़' जो इक गोशा-नशीं था
रुस्वा सर-ए-बाज़ार है मा'लूम नहीं क्यों
कैफ़ मुरादाबादी
ग़ज़ल
'कैफ़' इक ख़्वाब-ए-परेशाँ है किसी महबूब का
लेकिन ऐसा जिस को वो ख़ुद भी भुला सकता नहीं