आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "naaseh-e-mushfiq"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "naaseh-e-mushfiq"
ग़ज़ल
ख़ूब इक नासेह-ए-मुश्फ़िक़ ने ये इरशाद किया
बज़्म में उस ने त'अल्ली जो कल अकबर की सुनी
अकबर इलाहाबादी
ग़ज़ल
नासेह-ए-मुश्फ़िक़ ये मश्क़-ए-ताज़ा फ़रमाने लगे
दिन तो था अब रात को भी आ के समझाने लगे
नसीम देहलवी
नज़्म
नासेह-ए-मुश्फ़िक़
तुम को आख़िर मेरे उन के दरमियाँ आने से क्या
मोहसिन-ए-मन वो समझ जाएँगे समझाने से क्या
नख़्शब जार्चवि
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "naaseh-e-mushfiq"
ग़ज़ल
ये नसीहत तो बजा नासेह-ए-मुश्फ़िक़ लेकिन
कोई दीवाना समझता भी है समझाने से