आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "qil.a-e-charkh"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "qil.a-e-charkh"
अन्य परिणाम "qil.a-e-charkh"
नज़्म
महात्मा-गाँधी
वहशत-ज़दा माहौल-ए-सियह में ऐ चर्ख़
इक शम्अ' उख़ुव्वत की जल्लादी उस ने
चरख़ चिन्योटी
ग़ज़ल
मक़्सद था मिले ग़म से नजात इस लिए ऐ 'चर्ख़'
इक उम्र मिरी वक़्फ़-ए-ख़िराजात हुई है
चरख़ चिन्योटी
नज़्म
भगवान-राम
मौजज़न है जिस में ऐ चर्ख़ इक सुरूर-ए-सरमदी
मेरी दुनिया है तसद्दुक़ इस छलकते जाम पर
चरख़ चिन्योटी
नज़्म
महाऋषि-स्वामी-दयानंद
कुफ्र-ओ-बातिल के उड़े हाथों के तोते ऐ 'चर्ख़'
हक़-परस्ती का वो यूँ डंका बजाता आया