आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "samandar piyasa h"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "samandar piyasa h"
अन्य परिणाम "samandar piyasa h"
ग़ज़ल
मैं भी प्यासा हूँ तिरे दर पे खड़ा हूँ कब से
तू समुंदर है मुझे एक ही क़तरा दे दे
संजय मिश्रा शौक़
ग़ज़ल
समंद-ए-नाज़ की टापों से सर टकराएँ सब आशिक़
पिला शर्बत शहादत का किसी दिन कासा-ए-सम से