aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "آسمان"
यूँ जो तकता है आसमान को तूकोई रहता है आसमान में क्या
अपना रिश्ता ज़मीं से ही रक्खोकुछ नहीं आसमान में रक्खा
वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान सेवो और थे जो हार गए आसमान से
'जमाल' हर शहर से है प्यारा वो शहर मुझ कोजहाँ से देखा था पहली बार आसमान मैं ने
ऐ आसमान तेरे ख़ुदा का नहीं है ख़ौफ़डरते हैं ऐ ज़मीन तिरे आदमी से हम
उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम हैमुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है
ज़मीन जब भी हुई कर्बला हमारे लिएतो आसमान से उतरा ख़ुदा हमारे लिए
जितनी बटनी थी बट चुकी ये ज़मींअब तो बस आसमान बाक़ी है
बाक़ी रहे न फ़र्क़ ज़मीन आसमान मेंअपना क़दम उठा लें अगर दरमियाँ से हम
ज़र्रा समझ के यूँ न मिला मुझ को ख़ाक मेंऐ आसमान मैं भी कभी आफ़्ताब था
कोई ज़मीन है तो कोई आसमान हैहर शख़्स अपनी ज़ात में इक दास्तान है
इक रात दिल-जलों को ये ऐश-विसाल देफिर चाहे आसमान जहन्नम में डाल दे
चले थे जिस की तरफ़ वो निशान ख़त्म हुआसफ़र अधूरा रहा आसमान ख़त्म हुआ
सफ़र का एक नया सिलसिला बनाना हैअब आसमान तलक रास्ता बनाना है
हम किसी को गवाह क्या करतेइस खुले आसमान के आगे
फैलते हुए शहरो अपनी वहशतें रोकोमेरे घर के आँगन पर आसमान रहने दो
डरता हूँ आसमान से बिजली न गिर पड़ेसय्याद की निगाह सू-ए-आशियाँ नहीं
मोहब्बत इस लिए ज़ाहिर नहीं कीकि तुम को ए'तिबार आए न आए
रफ़ाक़तों का मिरी उस को ध्यान कितना थाज़मीन ले ली मगर आसमान छोड़ गया
राहों में जान घर में चराग़ों से शान हैदीपावली से आज ज़मीन आसमान है
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