आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "الجھن"
शेर के संबंधित परिणाम "الجھن"
शेर
कुछ नहीं मालूम होता दिल की उलझन का सबब
किस को देखा था इलाही बाल सुलझाते हुए
मिर्ज़ा आसमान जाह अंजुम
शेर
अजीब उलझन में तू ने डाला मुझे भी ऐ गर्दिश-ए-ज़माना
सुकून मिलता नहीं क़फ़स में न रास आता है आशियाना