aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "بابر"
हाथ दुनिया का भी है दिल की ख़राबी में बहुतफिर भी ऐ दोस्त तिरी एक नज़र से कम है
आज तो जैसे दिन के साथ दिल भी ग़ुरूब हो गयाशाम की चाय भी गई मौत के डर के साथ साथ
मौत की पहली अलामत साहिबयही एहसास का मर जाना है
अब तो मुश्किल है किसी और का होना मिरे दोस्ततू मुझे ऐसे हुआ जैसे क्रोना मिरे दोस्त
टेंशन से मरेगा न क्रोने से मरेगाइक शख़्स तिरे पास न होने से मरेगा
थकन से चूर है सारा वजूद अब मेरामैं बोझ इतने ग़मों का तो ढो नहीं सकता
तू भी हो मैं भी हूँ इक जगह पे और वक़्त भी होइतनी गुंजाइशें रखती नहीं दुनिया मिरे दोस्त!
टूट सकता है छलक सकता है छिन सकता हैइतना सोचे तो कोई जाम उछाले कैसे
इस अँधेरे में जब कोई भी न थामुझ से गुम हो गया ख़ुदा मुझ में
इस क़दर मत उदास हो जैसेये मोहब्बत का आख़िरी दिन है
आज की शाम गुज़ारेंगे हम छतरी मेंबारिश होगी ख़बरें सुन कर आया हूँ
मैं जानता हूँ ये मुमकिन नहीं मगर ऐ दोस्तमैं चाहता हूँ कि वो ख़्वाब फिर बहम किए जाएँ
तमाम दोस्त अलाव के गिर्द जम्अ थे औरहर एक अपनी कहानी सुनाने वाला था
वो मुझे देख कर ख़मोश रहाऔर इक शोर मच गया मुझ में
इक ख़ौफ़-ज़दा सा शख़्स घर तकपहुँचा कई रास्तों में बट कर
ख़ुद-कुशी भी नहीं मिरे बस मेंलोग बस यूँही मुझ से डरते हैं
मर गया ख़ास तौर पर मैं भीजिस तरह आम लोग मरते हैं
ज़रा सा मिल के दिखाओ कि ऐसे मिलते हैंबहुत पता है तुम्हें छोड़ जाना आता है
मैं जिन्हें याद हूँ अब तक यही कहते होंगेशाहज़ादा कभी नाकाम नहीं आ सकता
वो बहुत दूर है मगर मिरे पासएक ही सम्त का कराया है
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