aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "برتن"
घर नया बर्तन नए कपड़े नएइन पुराने काग़ज़ों का क्या करें
उबलते वक़्त पानी सोचता होगा ज़रूरअगर बर्तन न होता तो बताता आग को
छलक रही है उदासी बदन के बर्तन सेये भर गया है मुझे दूसरा दिया जाए
चख रहा था मैं इक बदन का नमकसारे बर्तन खुले पड़े हुए थे
टूटते बर्तन का शोर और गूँगी बहरी ख़ामुशीहम ने रख ली है बचा कर एक गहरी ख़ामुशी
होंट की सुर्ख़ी झाँक उठती है शीशे के पैमानों सेमिट्टी के बर्तन में पानी पी कर प्यास बुझाया कर
नए कपड़े नए जूते नए बर्तन ख़रीदेगावो अपने सारे मेडल बेच कर राशन ख़रीदेगा
'मीर' का रंग बरतना नहीं आसाँ ऐ 'दाग़'अपने दीवाँ से मिला देखिए दीवाँ उन का
बुरा ही क्या है बरतना पुरानी रस्मों काकभी शराब का पीना भी क्या हलाल न था
मय-कशी के भी कुछ आदाब बरतना सीखोहाथ में अपने अगर जाम लिया है तुम ने
पूरी न अधूरी हूँ न कम-तर हूँ न बरतरइंसान हूँ इंसान के मेआर में देखें
ज़िंदगी हम से तो इस दर्जा तग़ाफ़ुल न बरतहम भी शामिल थे तिरे चाहने वालों में कभी
एक ही फ़नकार के शहकार हैं दुनिया के लोगकोई बरतर किस लिए है कोई कम-तर किस लिए
यही दिन हैं बरत ले जितने ज़ेवर तेरा जी चाहेढलेगी उम्र तो ये चाँदी सोना कौन देखेगा
टेसू के फूल दश्ना-ए-ख़ूनी हुए उसेब्रिहन के जी कूँ है ये कसाई बसंत रुत
बरून-ए-ख़ाक फ़क़त चंद ठेकरे हैं मगरयहाँ से शहर मिलेंगे अगर खुदाई हुई
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