आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "بے_نور"
शेर के संबंधित परिणाम "بے_نور"
शेर
सूने कितने बाम हुए कितने आँगन बे-नूर हुए
चाँद से चेहरे याद आते हैं चाँद निकलते वक़्त बहुत
अख्तर लख़नवी
शेर
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा